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इस तरह होता है आपका डेटा लीक

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इस तरह से चोरी होता है आपके फोन से डेटा


जयपुर। इन दिनों स्मार्टफोन से लोगों के प्राइवेट डाटा ज्यादा लीक हो रहा है। हालिया रिपोर्ट्स के अनुसार गूगल प्ले स्टोर पर हर तीसरा ऐप यूजर्स के निजी डाटा को एक्सेस करता और यूजर को पता भी नहीं चलता है। अगर इसके लिए आप किसी को जिम्मेदार मानते हैं तो शायद इसमें काफी हद तक आप भी इसके लिए जिम्मेदार होते हैं। क्योंकि जब भी आप किसी एप को अपने फोन में इंस्टोल करते हैं तो उसे आप चाहे अनजाने में ही सही, सभी तरह की एक्सेस दे देते है जैसे - अपने कॉन्टेक्ट नम्बर, मैसेज, स्टोरेज, कैमरा, लोकेशन माइक्रोफोन इत्यादी।

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  • हार्डवेयर एक्सेस भी लेते हैं ये ऐप्स

ये ऐप्स मोबाइल हार्डवेयर जैसे कैमरा, माइक्रोफोन, स्पीकर भी एक्सेस करते हैं। । नतीजन ये चाहें तो यूजर की परमिशन के बिना भी उसकी तस्वीरें खींच सकते हैं।

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  • गूगल प्ले स्टोर ही है इसकी वजह

गूगल प्ले स्टोर पर सिर्फ 25 डॉलर का पेमेंट करके कोई भी पब्लिशिंग अकाउंट बना सकता है। इसके बाद कोड को डिकोड कर सकता है। गूगल भी बिना वेरीफाई किए इन एप्लीकेशन्स को पब्लिश कर देता है । ऐसा ऐप डेवलपर का समय क्चने के लिए किया जाता है लेकिन साइबर क्रिमिनल्स इसका गलत फायदा उठाते और डाटा चुरा लेते हैं। इनमें कई प्रसिद्ध ऐप्स भी शामिल हैं।

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  • टूकॉलर सेव करता है सबका नंबर

नंबर पता करने के लिए कई लोग टूकॉलर ऐप यूज करते हैं। यह ऐप सभी व्यक्तियों का कॉन्टेक्ट सेव करता है। साइबर सुरक्षा विशेषज्ञ आयुष भारद्वाज की मानें तो डाटा सुरक्षित करना मुश्किल काम है। कई फ्री ऐप्स ऐसे हैं जो केवल यूजर का डाटा चोरी करने के लिए हैं। इसमें देखने वाली बात यह है कि एंड्रॉयड ओपन सोर्स है और गूगल की पब्लिशिंग टर्क्स लचीली है इसलिए लोगों को ऐसे ऐप्स डेवलप करने की छूट मिलती है। इस स्थिति में यूजर को चाहिए कि सिर्फ | वेरिफाएड ऐप्स ही डाउनलोड करें। थर्ड पार्टी ऐप्स न यूज करें। मोबाइल का फायरवॉल कॉन्फिगर करें और उसे हमेशा ऑन रखें।


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