अपने अनुभव किया होगा कि स्मार्टफोन में बहुत से एप्स बैकग्राउंड में चलते रहते हैं। इनमें कई एप्स का बैकग्राउंड में चलते रहना अच्छा होता है। वे सिंक करते हैं, लोकेशन का डेटा उपलब्ध करवाते हैं या फिर जिस काम के लिए डिजाइन किए गए हैं वह करते रहते हैं। लेकिन बाकी एप्स ऐसा नहीं करते और बैकग्राउंड में चलते हुए आपके फोन को स्लो कर देते हैं। ऐसे में आपके पास उन्हें मैन्युअली क्लोज करने के अलावा कोई विकल्प नहीं बचता है।
हालांकि गूगल आपको एंड्रॉइड फोन्स और टैबलेट्स पर ऐसा न करने का सुझाव देेता है। लेकिन कम स्टोरेज और इंटरनल मेमोरी वाले फोन्स में इसकी वजह से स्पीड कम हो जाती है। इतना ही नहीं प्ले स्टोर से डाउनलोड किए गए एप्स अक्सर क्रैश कर जाते हैं लेकिन बैकग्राउंड में रन करते रहते हैं। इन्हें मैन्युअली बंद करना ही एकमात्र ऑप्शन बचता है।
ओवरव्यू में क्लोज करें
एंड्रॉइड स्मार्टफोन में आमतौर पर स्क्रीन के नीचे की ओर एक ओवरव्यू बटन मौजूद होता है। पिक्सेल, एलजी और नोकिया के फोन में नीचे दाईं ओर एक छोटा चौकोर आइकन मौजूद होता है जबकि सैमसंग के फोन में यह दो ओवरलैपिंग रेक्टैंगल्स के रूप में फिजिकल बटन्स के तौर पर मौजूद है।
इस बटन को टैप करने पर आप रीसेंट एप्स मेन्यू में जा सकेंगे जहां आप हर उस एप के बारे में जान सकेंगे जो बैकग्राउंड में रनिंग हैं। यहां आप जिस एप को बंद करना चाहें उसे लेफ्ट या राइट स्वाइप करें। इससे एप बंद हो जाएंगे। लेकिन जरूरी नहीं कि इससे एप्स के बैकग्राउंड प्रोसेस भी बंद हो जाएं।
एप्स मैनेजर की मदद लें
अगर आप एप्स को फोर्स क्लोज करना चाहते हैं ताकि उससे जुड़े सभी बैकग्राउंड प्रोसेसेज भी बंद हो जाएं तो एप्स मैनेजर का इस्तेमाल कर सकते हैं। इसके लिए सेटिंग्स में एप्स और नोटिफिकेशन में जा सकते हैं या पुराने एंड्रॉइड फाेन में सेटिंग्स में जनरल और फिर एप्स में जाएं।
यहां आपको उन सभी एप्स की लिस्ट मिलेगी जो बैकग्राउंड में चल रहे हैं। इनमें से जिसे बंद करना हो उसे सलेक्ट करके स्टॉप या फोर्स स्टॉप पर टैप कर दें। यहां आपको यह ध्यान रखना होगा कि जहां ओवरव्यू के जरिए एप्स को बंद करना सुरक्षित है वहीं एप्स मैनेजर के जरिए बंद किए गए एप्स दुबारा स्टार्ट करने पर सामान्य रूप से काम करेंगे यह जरूरी नहीं है।
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