जयपुर। भारत में 2020 तक इलेक्ट्रिक वाहनों की शुरुआत की घोषणा के बाद प्रमुख वाहन निर्माता कंपनी मारुति सुजुकी ने इलेक्ट्रिक वाहनों के लिए फील्ड टेस्टिंग को हरी झंडी दे दी है। सुजुकी मोटर कॉर्पोरेशन ने जापान में करीब 50 इल्केक्ट्रिक वाहनों के प्रोटोटाइप विकसित कर लिए हैं। जबकि, मारुति सुजुकी कार बनाने की फैसिलिटी हरियाणा के गुरुग्राम में है। जो कि कंपनी का ‘मेक इन इंडिया’ का पार्ट का कमिटमेंट है। इलेक्ट्रिक वाहनों को हरी झंडी गुरुग्राम फैसिलिटी के मारुति सुजुकी के सीनियर कार्यकारी अधिकारी (इंजीनियरिंग) सीवी रमन दे दी है। उन्होंने एक बयान में बताया कि सुजुकी जापान ने मोजूदा मॉडल पर इलेक्ट्रिक वाहनों के प्रोटोटाइप विकसित किए हैं।
मारुति सुजुकी ने ‘फोरे’ इलेक्ट्रिक वाहन सेगमेंट की इस साल सितम्बर में दिल्ली में आयोजित MOVE Summit में घोषणा की थी। सुजुकी मोटर कॉर्पोरेशन के चेयरमैन ओसामु सुजुकी ने कहा कि पूरे देश 2020 में कारों के बिक्री से पहले 50 इलेक्ट्रिक वाहनों के प्रोटोटाइप की फील्ड टेस्टिंग होगी।
इन वाहनो का कई इलाकों और जलवायु परिस्थितियों में रियल लाइफ उपयोग इन कारों के लम्बे समय की मूल्यवान अन्तर्दृष्टि प्राप्त करने में मदद करेगा। यह प्रकिया देश में इलेक्ट्रिक वाहन तकनीक के सत्यापन और लॉन्च में मदद करेगी।
मारुति सुजुक ने यह भी कहा कि यह टेस्टिंग ग्राहकों के दृष्टिकोण आधार पर महत्वपूर्ण जारनकारी को प्राप्त करने में मदद करेगा। जो भारतीय ग्राहकों के लिए विश्वनीय और उपयुक्त इलेक्ट्रिक वाहन बनाने में मदद करेगा।
मारुति सुजुकी ने महिन्द्रा इलेक्ट्रि और टाटा मोटर्स को जॉइन किया है। जो कि देश में इलेक्ट्रिक वाहन तकनीक पर काम कर रही है।
यह इलेक्ट्रिक टेस्ट वाहन 2018 सुजुकी वैगन आर पर बेस्ड है, जो कि भारत में बेची नहीं जाती है। हालांकि, इस मॉडल की अगले साल भारत में आने की सम्भावना है, जो मौजूदा बिक्री वाले मॉडल को रिप्लेस करेगा। इसका फर्स्ट वर्जन 1.0 लीटर पेट्रोल इंजन से लैस होगा। मारुति का पहला इलेक्ट्रिक वाहन वैगन आर पर आधारित हो सकता है।
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