जयपुर। डेटा सिक्योरिटी के लिए टू-फैक्टर ऑथेंटिकेशन काफी जरूरी है, क्योंकि इससे हैकिंग का रिस्क कम होता है। तमाम सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म्स के लिए भी इसकी सलाह दी जाती है। यह सिक्योरिटी के लिए एक्स्ट्रा लेयर उपलब्ध करवाता है, ताकि कोई भी अनाधिकृत तरीके से लॉग-इन नहीं कर सके।
चूंकि लॉग-इन के लिए लिए एक यूनीक कोड जरूरी होता है जो यूजर्स को उनके अकाउंट से जुड़े मोबाइल नंबर पर मिलता है। अगर हैकर ने यूजर के पासवर्ड को एक्सेस भी कर लिया हो, तो बिना कोड के वह यूजर के अकाउंट में लॉग-इन नहीं कर सकता। आइए जानते हैं सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म्स के लिए टू-फैक्टर ऑथेंटिकेशन को इनेबल करने के लिए क्या करना होगा।
फेसबुक
फेसबुक में सेटिंग्स मेन्यू पर क्लिक करें, फिर सिक्योरिटी पर टैप और लॉग-इन करें। स्क्रॉल डाउन करते हुए सेटिंग अप एक्स्ट्रा सिक्योरिटी में देखें। यहां यूज टू-फैक्टर ऑथेंटिकेशन और गेट स्टार्टेड पर क्लिक करें। यहां कोड प्राप्त करने के लिए आपको दो विकल्प दिए जाएंगे। पहला, टेक्स्ट मैसेज के जरिए। इसके लिए अपने मोबाइल फोन का नंबर सेटअप करें।
दूसरा विकल्प है कोड ऑथेंटिकेशन एप्स (जैसे गूगल ऑथेंटिकेटर या डुओ मोबाइल) को डाउनलोड करना। यदि आपने उसी डिवाइस पर ऑथेंटिकेशन किया है, तो सेट अप ऑन द सेम डिवाइस नामक ऑप्शन पर क्लिक करें। यूजर्स को उनके ऑथेंटिकेशन एप पर जाने को कहा जाएगा और उसमें उनका फेसबुक अकाउंट जुड़ जाएगा। अब फिर से फेसबुक पर जाकर नेक्स्ट पर क्लिक करके लेटेस्ट कोड डालें। टू-फैक्टर ऑथेन्टिकेशन ऑन होने का मैसेज नजर आते ही फिनिश पर क्लिक करें। अलग डिवाइस पर ऑथेंटिकेशन करने वाले यूजर्स को अपना ऑथेंटिकेटर एप खोलकर बारको़ड को स्कैन करना होगा।
जीमेल
यूजर्स https://www.google.com/intl/en/landing/2step/ वेबसाइट पर जाकर उस गूगल अकाउंट पर साइन-इन करें जिसे सिक्योर करना चाहते हैं। सबसे पहले आप गेट स्टार्टेड पर क्लिक करते हुए तुरंत अपने मोबाइल फोन को सेटअप करें। मोबाइल नंबर एंटर करने के बाद आपको उसे ओटीपी या वॉइस कॉल के जरिए वैरिफाई करना होगा। नंबर वैरिफाई होने के बाद आपसे टू-फैक्टर ऑथेंटिकेशन को टर्न ऑन करने को कहा जाएगा। अब बारकोड को स्कैन करके ऑथेंटिकेटर एप को सेटअप करने के लिए स्क्रॉल डाउन करें। फिर इसी एप से लेटेस्ट कोड को एंटर करके प्रक्रिया को पूरा करें।
इंस्टाग्राम
यूजर्स अपनी प्रोफाइल के टॉप राइट में गियर आइकन पर क्लिक करें, फिर सेटिंग्स के बाद प्राइवेसी व सिक्योरिटी पर क्लिक करें। टू-फैक्टर ऑथेंटिकेशन पर टैप करके टेक्स्ट मैसेज या ऑथेंटिकेशन एप के जरिए सिक्योरिटी कोड प्राप्त करने का ऑप्शन चुनें। टेक्स्ट मैसेज चुनने पर इंस्टाग्राम, एप यूजर्स से अपने अकाउंट में फोन नंबर डालने को कहेगा। इसके बाद यूजर्स को प्रत्येक बार इंस्टाग्राम अकाउंट में लॉग-इन करने पर एक सिक्योरिटी कोड मिलेगा।
जिन्होंने ऑथेंटिकेशन एप का विकल्प चुना है, उन्हें अपने ऑथेंटिकेटर एप में जाना होगा जहां उनका अकाउंट जुड़ जाएगा। अब इंस्टाग्राम पर नेक्स्ट पर क्लिक करने के बाद ऑथेंटिकेशन एप से लेटेस्ट कोड को एंटर करने से टू-फैक्टर ऑथेंटिकेशन शुरू हो जाएगा। यूजर्स को रिकवरी कोड्स का एक सेट मिलेगा जिनकी जरूरत उनको फोन बदलने पर होगी।
ट्विटर
ट्विटर में लॉग इन करने के बाद सबसे पहले अपनी प्रोफाइल आइकन में ट्विटर अकाउंट पर क्लिक करें और फिर सेटिंग और प्राइवेसी पर क्लिक करें।
अब आपको अकाउंट्स और सिक्योरिटी पर क्लिक करना है। अब आपको लॉग इन वेरिफिकेशन बटन पर क्लिक करना है। इसके अन्दर आपको वेरिफिकेशन मेथड में टेक्स्ट मेसेज, मोबाइल सिक्योरिटी एप या सिक्योरिटी की में से किसी एक को चुनना है।
1. टेक्स्ट मेसेज
इसके अन्दर यूजर के मोबाइल पर जब भी वह अपने ट्विटर अकाउंट को लॉग करता है उस समय एक कोड आता है। उसको वह कोड ट्विटर के 2 फैक्टर ऑथेंटिकेशन के दौरान लगना होता है।
2. सिक्योरिटी की
इसके दूसरे विकल्प में यूजर को लॉग इन के समय पासवर्ड पूछेगा और उसे सेट करना होगा।
3. मोबाइल सिक्योरिटी एप
इसमें ट्विटर अकाउंट यूजर के फोन में ऑथेंटिकेटर एप को जोड़ेगा।
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