इंस्टाग्राम अब लोकप्रिय सोशल प्लेटफॉर्म में शुमार हो चुका है। युवाओं के बीच यह काफी पसंद और उपयोग भी किया जा रहा है। इसके बावजूद भी यह देखा गया है कि इसे लेकर बहुत से यूजर्स के बीच कई तरह के मिथ प्रचलित हैं। बिना तथ्यों के इन पर विश्वास करने से आप इंस्टाग्राम का पूरा फायदा नहीं उठा सकते। इसलिए सबसे पहले ये जानना जरूरी है कि ये मिथ क्या हैं और इनसे जुड़ी सच्चाई क्या है।
शैडोबैनिंग
मिथ : कई यूजर्स मानते हैं कि इंस्टाग्राम उनके कंटेट को नापसंद करते हुए बैन कर देता है और इसके बारे में पूर्व चेतावनी नहीं देता। इसकी वजह से वे दूसरे इंस्टाग्राम यूजर्स के साथ ज्यादा इंटरेक्ट नहीं कर पाते हैं और उनके कंटेंट हैशटैग सर्च रिजल्ट में नहीं दिखाने से बहुत ही कम लोग उनका कंटेंट देख पाते हैं।
सच : इंस्टाग्राम स्पष्टीकरण दे चुका है कि शैडोबैनिंग वास्तविक चलन में नहीं है। वे कई हैशटैग्स यूज करने या मामूली उल्लंघन करने वालों को बैन नहीं करते। कुछ अकाउंट्स के कंटेंट को कम लोग इसलिए देखते हैं क्योंकि ऐसे यूजर्स की मार्केटिंग कमजोर होती है और वे गलत हैशटैग का इस्तेमाल करते हैं। इसलिए शैडोबैन महज काल्पनिक आरोप है।
हैशटैग ओनरशिप
मिथ : इंस्टाग्राम पर यूजर अपने ब्रांड के लिए जो हैशटैग बनाते हैं, वो आपकी निजी संपत्ति होती है जिसे दूसरे सदस्य आपकी इजाजत के बिना यूज नहीं कर सकते। अगर कोई करता है तो आप उनके खिलाफ कानूनी कार्रवाई कर सकते हैं।
सच : आप जो कुछ भी इंस्टाग्राम पर प्रकाशित करते हैं वह वेबसाइट की संपत्ति में शामिल हो जाता है और उसे कोई दूसरा यूजर इस्तेमाल कर सकता है। तकनीकी तौर पर किसी खास हैशटैग का ट्रेडमार्क हासिल करने के बाद भी आप उसका उपयोग नहीं रोक सकते।
यूजर्स की पोस्ट छिपाना
मिथ : यूजर जब अकाउंट पर कोई पिक्चर या वीडियो पोस्ट करते हैं, तो बाद में अपनी टाइमलाइन पर स्क्रॉल करने पर वह पोस्ट नहीं दिखाई देतीं। ऐसा इंस्टाग्राम की ओर से जानबूझकर किया जाता है, ताकि ज्यादा लोग आपकी पोस्ट न देखें।
सच : इंस्टाग्राम अब यूजर्स की पोस्ट्स को क्रम में नहीं दिखाता है। यानी आपने अपनी टाइमलाइन पर जिस क्रम में पोस्ट्स को प्रकाशित किया है, उनको उसी हिसाब से नहीं देख सकते। कौन- कौन सी पोस्ट्स आपकी ऑडियंस के लिए महत्वपूर्ण होंगी, इसे तय करने के लिए इंस्टाग्राम खुद का एल्गोरिथम और यूजर की पुरानी हिस्ट्री को यूज करता है।
लाइक्स और फॉलोअर्स खरीदना
मिथ : इस वेबसाइट पर मशहूर इन्फ्लुएंसर बनने का शॉर्टकट है लाइक्स और फॉलोअर्स को खरीदना। इंस्टाग्राम सर्च एल्गोरिथम आपके कई सारे लाइक्स और फॉलोअर्स पर गौर करेगा, जिससे आप खुद को आगे समझने लगेंगे। इससे आप साइट पर कम अवधि में ज्यादा उपस्थिति व वास्तविक फॉलोअर्स को जोड़ सकते हैं।
सच : इंस्टाग्राम ने थर्ड-पार्टी एप्स के जरिए फेक अकाउंट्स की पहचान कर उनको बैन किया है क्योंकि अपने प्रॉडक्ट्स को प्रमोट करने वाले ब्रांड्स काफी समय से यह शिकायत कर रहे थे कि फॉलोअर्स को आकर्षित करने का झांसा देकर इंस्टाग्राम इन्फ्लुएंसर्स उनको लंबे समय से भ्रमित कर रहे हैं।
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