*कुछ नशा तिरंगे की आन का है,*
*कुछ नशा मातृभूमि की शान का है,*
*हम लहराएंगे हर जगह ये तिरंगा,
नशा ये हिन्दुस्तां के सम्मान का है...*
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*जिसके दिल में, प्यार नहीं,
वह आजादी का, हक़दार नहीं...
मेरा वतन, गुलज़ार है,
यहाँ ख़ारों से, इक़रार नही..*
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*वतन हमारा ऐसा कोई छोड़ ना पाए,*
*रिश्ता हमारा कोई तोड़ ना पाए,*
*दिल एक है हमारा और एक जान है,
हिंदुस्तान हमारा है हम इसकी शान है...*
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*चढ़ गए जो हंसकर सूली,
खाई जिन्होने सीने पर गोली,
हम उनकों प्रणाम करते हैं,
जो मिट गए देश पर,
हम उनको सलाम करते हैं...*
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*आज़ादी की कभी शाम ना होने देंगे,
शहीदों की कुर्बानी बदनामी ना होने देंगे,
बच्ची है जो एक बूंद भी लहू की तब तक
भारत मां का आंचल नीलाम ना होने देंगे!*
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*जब आंख खुले तो धरती हिन्दुस्तान की हो*
*जब आंख बंद हो तो यादें हिन्दुस्तान की हो*
*हम मर भी जाए तो कोई गम नही लेकिन*
*मरते वक्त मिट्टी हिन्दुस्तान की हो।*
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*मेरी धड़कनों में धड़कता रहे तू,
मेरे देश तुझको नमन है मेरा,
जीऊं तो जुबां पर तेरा नाम हो
मरूं तो तिरंगा कफन हो मेरा।*
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*मैं भारतवर्ष का हरदम सम्मान करता हूं,
यहां की चांदनी मिट्टी का ही गुणगान करता हूं,
मुझे चिंता नहीं है स्वर्ग जाकर मोक्ष पाने की,
तिरंगा हो कफ़न मेरा, बस यही अरमान रखता हूं।*
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*कभी सनम को छोड़ के देख लेना,
कभी शहीदों को याद करके देख लेना,
कोई महबूब नहीं है वतन जैसा यारों,
मेरी तरह देश से कभी इश्क करके देख लेना..*
*वंदे मातरम*
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आप सभी गणतंत्र दिवस के अवसर पर हार्दिक शुभकामनाएं
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